बीचोबीच एक संग्रहालय की रखवाली एक रहस्यमयी बिल्ली द्वारा की जाती है। लड़का अप्रत्याशित रूप से संग्रहालय का प्रबंधक बन जाता है और इसकी मरम्मत का कार्य करता है। उसे अपनी शरारती बिल्ली से निपटने के दौरान छिपे हुए सुराग ढूंढने होंगे और पहेलियाँ सुलझानी होंगी। वह जितना गहराई में जाता है, वह भयावह सच्चाई के उतना ही करीब आता जाता है।